कंगना के ''क्षत्राणी'' वाले ट्वीट पर अनुराग ने कसा तंज, बोले ''तू ही है इकलौती मणिकर्णिका, चढ़ जा चीन पे'', एक्ट्रेस ने यूं किया पलटवार

9/18/2020 11:50:40 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. एक्ट्रेस कंगना रनौत हमेशा अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। एक्ट्रेस अपने ऑफिस पर बीएमसी की कार्रवाई के बाद काफी गर्माई हुईं हैं। जिसके बाद से वो लगातार अपने ट्विटर अकाउंट पर एक से एक ट्वीट करती जा रही हैं। बीते दिन कंगना ने एक ट्वीट करते हुए खुद को एक क्षत्राणी बताया था, जिस पर डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अनुराग की इस प्रतिक्रिया के बाद दोनों में तीखी बहस शुरू हो गई।


दरअसल, कंगना ने गुरूवार को ट्वीट करते हुए लिखा, “मैं एक क्षत्राणी हूं। सर कटा सकती हूं, लेकिन सर झुका सकती नहीं! राष्ट्र के सम्मान के लिए हमेशा आवाज़ बुलंद करती रहूंगी. मान, सम्मान, स्वाभिमान के साथ जी हूं और गर्व से राष्ट्रवादी बनकर जीती रहूंगी! सिद्धांत के साथ कभी समझौता नहीं किया और  न  कभी करूंगी! जय हिंद।“


कंगना के इस ट्वीट पर तंज कसते हुए अनुराग ने लिखा, “बस एक तू ही है बहन - इकलौती मणिकर्णिका . तू ना चार-पांच को ले के चढ़ जा चीन पे। देखो कितना अंदर तक घुस आए हैं। दिखा दे उनको भी कि जब तक तू है इस देश का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। तेरे घर से एक दिन का सफ़र है बस LAC का। जा शेरनी. जय हिंद।“
अनुराग के इस ट्वीट पर कंगना ने भी पलटवार किया उन्होंने लिखा, “ठीक है मैं बॉर्डर पे जाती हूं आप अगले ऑलंपिक्स में चले जाना, देश को गोल्ड मेडल्स चाहिए हा हा हा यह सब कोई बी ग्रेड फ़िल्म नहीं है जहां कलाकार कुछ भी बन जाता है। आप तो मेटफ़ॉर्ज़ को लिटरली लेने लगे, इतने मंदबुद्धि कब से हो गए, जब हमारी दोस्ती थी तब तो काफी चतुर थे।”
इसके बाद अनुराग ने ट्वीट किया, “तेरी ज़िंदगी ही अब metaphor हो गयी है बहन। हर कही बात भी metaphor है। हर इल्ज़ाम metaphor है। इतना metaphor दे मारा है तुमने Twitter पे कि जनता, बेरोज़गारी generator को तुम्हारा डायलॉग राइटर कहने लग गयी है। जब की मुझसे अच्छा कोई नहीं जानता तुम कितना अच्छा improvise करती हो।
कंगना भी यहां चुप नहीं बैठी, उन्हें जवाब देते हुए कहा, ओह !! मैं देख रही हूं कि आप यहाँ एक शर्मनाक मेल खा रहे हैं, इसका शायद ही कोई मतलब हो। मैं वापस जा रही हूं। बुरा मत मानना दोस्त  कल एक नया दिन है, गर्म हलदी दूध लें और सो जाएं।

suman prajapati