''वो मेरे टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देगा'' श्रद्धा वॉल्कर की चिट्ठी पढ़ टूटा कंगना का दिल, बोलीं-''वह कमजोर नही थीं,परियों की कहानी में जीती थी''

11/24/2022 11:16:16 AM

मुंबई: दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा वॉल्कर मर्डर केस  में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। श्रद्धा की कथित तौर पर उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने मई के महीने में हत्या कर दी थी। गला दबाने के बाद आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े कर दिए। प्यार के बदले में उसे इतना दर्द मिला कि वह अब सभी का दिल दुखा रहा है। हाल ही में श्रद्धा की 2020 की एक चिट्ठी सामने आई है, जिसके अनुसार उसने कहा था कि आफताब पूनावाला उसे मारकर टुकड़े कर देगा।

श्रद्धा की इस चिट्ठी को बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत का भी दिल टूट गया। कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर श्रद्धा की चिट्ठी को शेयर करते हुए एक नोट लिखा है।श्रद्धा  की चिट्ठी की तस्वीर शेयर कर कंगना ने लिखा-'यह वह चिट्ठी है, जो श्रद्धा ने 2020 में पुलिस से सहायता मांगते हुए लिखी थी। वह हमेशा उसे डराता था और टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी देता था। उसने लिखा है कि वह उसे ब्लैकमेल करता था लेकिन उसने ना जाने कैसे उसका ब्रेनवॉश कर दिया और अपने साथ दिल्ली ले गया। उसने उसे ​दुनिया से अलग कर दिया और काल्पनिक दुनिया में ले गया।

कंगना ने आगे लिखा- 'हम सभी को पता है कि 'शादी का वादा' करके ऐसा किया गया। वह कमजोर नही थीं। वह एक लड़की थी जिसका जन्म इस दुनिया में जीने के लिए हुआ था लेकिन बदकिस्मती से उसके अंदर एक महिला का दिल था जिसकी स्वाभाविक प्रवृत्ति सुरक्षा करने और घाव भरने वाली होती है। महिला, हमारी धरती की ही तरह ऐसी कोख होती है जो किसी में भेदभाव नहीं करती। वह उन सभी को अपनाती है भले ही वह उस लायक हों या ना हों।'

कंगना ने अपनी बात को जारी रखते हुए लिखा-'वह परिकथा में विश्वास करती थी। वह यह मानती थी कि दुनिया को उसका प्यार चाहिए। वह देवी थी जिसके पास घावों को भरने की शक्तियां थीं। वह कमजोर नहीं थी, वह एक लड़की थी जो परियों की कहानी में जीती थी।वह परिकथा में अपने हीरो के भीतर छिपे राक्षसों से लड़ने की कोशिश कर रही थी। हम सभी जानते हैं कि प्यार हमें अभिभूत कर देता है. वह राक्षसों को मारने के लिए बहुत आगे चली गई थी लेकिन हीरो चाहता था कि राक्षस जीतें और यही हुआ।'

 

चिट्ठी में श्रद्धा ने लिखी थी ये बातें

'मेरा नाम श्रद्धा वालकर है और मैं 25 साल की हूं। मैं 26 साल के आफताब अमीन पूनावाला की रिपोर्ट करना चाहती हूं। वह विजय नगर कॉम्प्लेक्स के रीगल अपार्टमेंट में रहता है। वह मुझसे गालीगलौज और मारपीट करता है। आज उसने मेरा गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। उसने मुझे धमकाया और ब्लैकमेल किया कि वह मुझे जान से मारकर टुकड़े-टुकड़े कर देगा और फेंक देगा। वो मेरे साथ 6 महीने से मारपीट कर रहा है, लेकिन मैं पुलिस में उसकी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई, क्योंकि वो मुझे जान से मारने की धमकी दे रहा था।

आफताब के परिवार वाले भी जानते हैं कि वो मुझे मारता-पीटता है और जान से मारने की कोशिश भी कर चुका है। उसकी फैमिली जानती है कि हम दोनों साथ रहते हैं और वीकेंड पर वो लोग मिलने भी आते हैं। मैं आज तक उसके साथ रहती हूं, क्योंकि हमारी जल्द ही शादी होने वाली है और उसके परिवार की भी रजामंदी है। अब मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं।'

Content Writer

Smita Sharma