जावेद ने अजान पर लाउडस्पीकर को बताया परेशानी का कारण, यूजर्स ने लगाई फटकार
5/10/2020 1:38:45 PM
बॉलीवुड तड़का टीम. मशहूर गीतकार जावेद अख्तर अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। जिसके चलते जावेद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। हाल ही में उन्होनें लाउडस्पीकर पर अजान देने को परेशान करने वाला बताया, जिसके बाद से वो ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए।
जावेद ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'पचास सालों तक लाउडस्पीकर पर अज़़ान देना हराम था, लेकिन अब जब हलाल हुई है तो ये खत्म ही नहीं हो रही। हां अजान करना ठीक है, लेकिन लाउड स्पीकर पर इसे करना दूसरों के लिए दिक्कत हो सकता है। मुझे उम्मीद है कि इस बार से ऐसा कम होगा।'
इस बयान के बाद जावेद को यूजर्स द्वारा तेजी से ट्रोल किया जा रहा है। एक यूजर ने टिप्पणी करते हुए लिखा, अजान के लिए लाउडस्पीकर्स को बैन करने की बात कहते हुए आपको सेकुलरिज्म साबित करने की जरूरत नहीं है। अगर लाउडस्पीकर बैन करना ही है तो ये गणेश चतुर्थी, रविवार या फिर किसी धार्मिक अवसर सभी के लिए होना चाहिए न सिर्फ अजान के लिए। और हमे वीआईपी शादियों में होने वाले शोर को भी नहीं भूलना चाहिए।In India for almost 50 yrs Azaan on the loud speak was HARAAM Then it became HaLAAL n so halaal that there is no end to it but there should be an end to it Azaan is fine but loud speaker does cause of discomfort for others I hope that atleast this time they will do it themselves
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 9, 2020
You dont need to prove your secularism by asking for a ban on loud speakers for azaan alone.
— Dr. Syeda Uzma (@sane_indian) May 9, 2020
There should be a blanket ban on use of loud speakers- be it for any Ganesh chaturti, azaan, Sunday mass or any religious purposes
Not to forget the noise in VIP weddings too!
अन्य यूजर ने लिखा, ''मैं आपके बयान से असहमत हूं, आप इस्लाम और उसके विश्वास से जुड़े बयान मत दीजिए। आपको पता है कि हम ऊंची आवाज में गाने नहीं चला रहे हैं और ना ही कोई खराब काम कर रहे हैं।''
ये दिया जावेद ने यूजर्स को जवाब
यूदर का बयान सुनकर जावेद ने लिखा, ''तो आप ये कह रहे हैं कि वो सभी इस्लामिक जानकार जिन्होंने 50 साल तक लाउडस्पीकर को हराम करार दे रखा था वो गलत थे, अगर तुम्हारे पास हिम्मत है तो कहो तो मैं तुम्हें उन विद्वानों के नाम बताऊंगा।''
इस तरह जावेद के इस तरह के बयान के बाद सोशल मीडिया पर अगल ही बहस शुरू हो गई है।So are you suggesting that those Islamic scholars who had declared the loud speaker haraam for almost fifty years were all wrong and didn’t know what they are talking about . If you have the guts then say so then I will tell you names of those scholar .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 9, 2020