कभी घटिया स्क्रिप्ट राइटिंग का शिकार हुए थे जावेद, शब्दों के जादू से जीता लाखों लोगों का दिल

1/17/2020 11:04:01 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध लेखक और कवि को जावेद अख्तर को पहचान के लिए किसी परिचय की जरूरत नही हैं। उन्होंने अपने शब्दों के जादू से लाखों लोगों के दिलों को जीता है। आज शब्दों के जादूगर यानी जावेद अख्तर अपना 75वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। जावेद अख्तर की लाइफ स्टोरी काफी इंट्रेस्टिंग है। तो चलिए जानते हैं उनके बर्थडे पर उनकी लाइफ से जुड़ी खास बातें...

जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में कवियों की फैमिली में हुआ। जावेद के पिता जान निसार अख्तर एक प्रसिद्ध शायर थे। उनके पिता की कविता 'लम्हा-लम्हा किसी जादू का फसाना होगा' काफी फेसम थी। उनकी मां सफिया अख्तर भी एक अच्छी लेखिका थीं। जब जावेद का जन्म हुआ, उनके पिता उन्हें 'जादू' कहकर बुलाते थे। इसके बाद जादू से मिलता-जुलता उनका नाम जावेद रख दिया गया।


जावेद अख्तर की लाइफ देखने में जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही संघर्षों से भरी है। जावेद शुरू से ही कुछ ऐसा करना चाहते थे, जिससे उनकी अलग ही पहचान हो। कुछ अलग करने की चाह में जावेद 4 अक्टूबर 1964 को मुंबई आ गए, लेकिन उस वक्त उनके पास न खाने के पैसे थे न रहने के लिए घर। मुंबई आकर जावेद ने कई रातें सड़कों पर गुजारीं। बाद में उन्हें कमाल अमरोही के स्टूडियो में ठिकाना मिला।

बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए जावेद को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एक बार जावेद अपनी स्क्रिप्ट लेकर प्रोड्यूसर के पास गए, लेकिन प्रोड्यूसर को उनकी स्क्रिप्ट बिल्कुल पसंद नहीं आई। उसने स्क्रिप्ट के पन्ने फाड़ कर जावेद के मुंह पर मारे और कहा तुम जिंदगी में कभी अच्छे लेखक नहीं बन सकते। 


बाद में जावेद की दोस्त सलीम खान से हुई। उनके साथ मिलकर जावेद ने कई मुकामों को हासिल किया। एक टाइम था जब एसएम सागर कोई राइटर नहीं मिल रहा था, तो उन्होंने सलीम- जावेद को ये मौका दिया। बाद में दोनों ने एक साथ मिलकर बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में दीं।

इनमें से जंजीर, त्रिशूल, दोस्ताना, सागर, काला पत्थर, मशाल, मेरी जंग और मि. इंडिया, दीवार, शोले जैसी फिल्मे काफी सुपरहिट रहीं। उन दिनों लेखकों को एक्टर्स के मुकाबले काफी कम फीस मिलती थी। इन दोनों ने राइटर्स को कम फीस देने के ट्रेंड को भी बदल दिया और हीरो से ज्यादा फीस लेने लग गए।   

Edited By

suman prajapati