मैं तेरा हाए रे जबरा होए रे जबरा फैन हो गया:अमिताभ बच्चन को भगवान की तरह पूजता है ये परिवार, घर में लगवाई 60 लाख की मूर्ति
8/29/2022 3:48:15 PM
मुंबई: बाॅलीवुड के शहंशाह यानि एक्टर अमिताभ बच्चन की लोकप्रियता दुनिया भर में है। बिग बी की एक झलक पाने के लिए लोग घंटों इंतजार करने के लिए तैयार रहते हैं। अमिताभ बच्चन की दीवानगी फैंस के सिर चढ़कर बोलती है इसका जाता उदाहरण अमेरिका के न्यूजर्सी से सामने आया है। अमेरिका के न्यूजर्सी में रहने वाली एक फैन ने अपने घर के सामने अमिताभ बच्चन की मूर्ति लगवाई है।
शनिवार को भारतीय अमेरिकी परिवार ने अपने घर पर अमिताभ बच्चन की प्रतिमा को स्थापित किया है। इस मौके पर लगभग 600 लोग इकट्ठा हुए, जिसे अक्सर लिटिल इंडिया कहा जाता है। इस मौके पर सभी लोगों ने काफी मस्ती की। लोग पटाखे फोड़ते और डांस करते हुए नजर आए। इस दौरान एक शानदार जश्न का आयोजन भी किया गया, जिसमें नेता अल्बर्ट जसानी भी शामिल हुए।
सोशल मीडिया पर ‘बिग बी’ की मूर्ति के साथ फैन और उनकी फैमिली तस्वीर काफी वायरल हो रही है। तस्वीर में आप बिग बी की प्रतिमा को एक बड़े कांच के बक्से के अंदर देख सकते हैं। इस स्टैचू में अमिताभ बच्चन 'कौन बनेगा करोड़पति' के मोड में बैठे हुए हैं। इस प्रतिमा को राजस्थान में डिजाइन किया गया था और इसकी लागत 75,000 अमेरिकी डालर यानी लगभग 60 लाख रुपए से अधिक आई।
इंटरनेट सुरक्षा इंजीनियर गोपी ने बताया- 'अमिताभ बच्चन मेरे और मेरी पत्नी के लिए किसी भगवान से कम नही हैं। उनकी जो बात मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करती है वह उनकी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ भी है। वह जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और वह अपने फैंस का भी खूब ख्याल रखते हैं। वह बाकी सितारों की तरह नहीं हैं इसलिए मैंने सोचा कि मुझे उनकी प्रतिमा को अपने घर के बाहर रखना चाहिए।'
Inauguration of Shree @SrBachchan ’s statue outside of a devoted fan @GopiSheth ‘s home in the USA. pic.twitter.com/yNajAlqbSq
— Gunjesh (@Gunjeshdesai) August 27, 2022
गोपी ने बताया- 'वह 1991 में न्यू जर्सी में नवरात्रि एक समारोह में पहली बार अपने भगवान (बिग बी) से मिले थे। तब से ही वह उनके बड़े फैन हैं। गोपी सेठ पिछले तीन दशकों से 'बिग बी एक्सटेंडेड फैमिली' की वेबसाइट www.BigBEFamily.com चला रहे हैं।' गोपी सेठ के मुताबिक अमिताभ बच्चन प्रतिमा के बारे में जानते हैं और जब बिग बी को इस प्रतिमा के बारे में पता चला था तब उन्होंने गोपी सेठ से कहा था कि वह इस सम्मान के लायक नहीं हैं।