B'Day Spcl: हीरो बनने मुंबई आया इंदौर डीआईजी का बेटा कैसे बना 'मिस्टर इंडिया' और 'शोले' जैसी फिल्मों

11/24/2019 11:55:12 AM

बॉलीवुड तड़का डेस्क। पॉपुलर राइटर और दबंग सलमान खान के पिता सलीम खान आज उम्र के 84वें बसंत में प्रवेश कर रहे हैं। फिल्म इंडस्ट्री में सलीम खान के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बॉलीवुड को कई एवरग्रीन फिल्में दी हैं। 24 नवंबर 1936 को इंदौर में जन्मे सलीम खान का असली नाम अब्दुल सलीम खान है। उनके पिता अब्दुल राशिद खान इंदौर के DIG थे। सलीम की शुरुआती पढ़ाई इंदौर के सेंट राफेल स्कूल से हुई है। वहीं, उन्होंने इंदौर के होल्कर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है।


उन्हें कॉलेज के समय से ही क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी थी। वह कॉलेज के टूर्नामेंट में भी खेलते थे। वह क्रिकेट में इतने अच्छे थे कि उन्हें एमए करने के लिए कॉलेज द्वारा स्कॉलरशिप की पेशकश की गई थी। सलीम खान ने अपने करियर के शुरुआती दौर में फिल्मों में भी काम किया था। उन्होंने लगभग 11 फिल्मों में एक जूनियर एक्टर के रूप में काम किया, लेकिन उन्हें एक्टिंग करियर में सफलता नहीं मिली।

हिंदी सिनेमा में एक युग ऐसा भी था जब स्क्रिप्ट राइटर को फिल्म में क्रेडिट नहीं दिया जाता था। लेकिन धीरे-धीरे सिने जगत में आए बदलाव ने स्क्रिप्ट राइटर्स की स्थिति में सुधार किया। इसका क्रेडिट सलीम-जावेद की जोड़ी को जाता है जिन्होंने फिल्मों में इसकी शुरुआत की। हिंदी सिनेमा में, सलीम अपनी अनूठी कहानी और पावरफुल डायलॉग्स डिलीवरी के लिए जाना जाता है। अपनी स्क्रिप्ट राइटिंग की दुनिया में, सलीम ने 'जंजीर', 'शोले', 'मुगल-ए-आज़म', 'दीवार', 'मिस्टर इंडिया' जैसी फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी हैं।

फिल्म 'शोले' में अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र के किरदारों के नाम जय और वीरू, सलीम ने इंदौर के अपने कॉलेज के दोस्त वीरेंदर सिंह व्यास और जय सिंह राव कलेवर से इंस्पायर होकर रखे। ठाकुर बलदेव सिंह का नाम भी सलीम ने अपने डेंटिस्ट ससुर के नाम पर रखा था। कहा जाता है कि फिल्म 'शोले' की स्क्रिप्ट और डायलॉग्स लिखने के लिए सलीम-जावेद को डेढ़ लाख रुपये दिए गए थे। 

Edited By

Akash sikarwar