सुशांत सिंह को लेकर बोले गुरमीत चौधरी, ''मैं जो भी हूं उनकी वजह से हूं''
8/8/2020 4:36:24 PM
मुंबई. सुशांत केस पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। हर कोई इस पर खुलकर बात कर रहा हैं। टीवी और बॉलीवुड स्टार्स सुशांत न्याय की मांग कर रहे हैं। हाल ही में एक्टर गुरमीत चौधरी ने मीडिया से सुशांत के बारे में बात की हैं।गुरमीत ने मीडिया से बात करते हुए बताया सुशांत और मैं पक्के दोस्त थे। सुशांत की तरह मैंने भी टीवी से ही करियर की शुरुआत की थी।टीवी से ही फिल्मों का सफर तय किया। सुशांत की मौत से मुझे बेहद दुख पहुंचा हैं। मेरे घर के हर कोने में सुशांत की यादें बसी हैं। मैं आज जो भी हैं, सुशांत की वजह से हूं। मेरे करियर का पूरा श्रेय सुशांत को जाता है।एक्टर ने कहा यदि सुशांत टीवी से फिल्मों में नहीं जाते तो आज उन्हें भी शायद फिल्मों में काम नहीं मिलता।
'सुशांत ने हम लोगों के लिए एक राह बनाई। यदि वह फिल्मों में नहीं जाते और सफल नहीं होते तो शायद बॉलीवुड के मेकर्स मुझसे कहते कि तुम्हें टीवी में लोंगो ने बहुत देखा है, भला बड़े पर्दे पर पैसा लगाकर कौन देखेगा। सुशांत ने टीवी स्टार्स को लेकर बॉलीवुड का नजरिया ही बदल दिया। सुशांत ने वह दीवार तोड़ी और इसी के बाद मैं भट्ट कैम्प की फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर पाया।'
गुरमीत ने आगे बताया वह और सुशांत बिहार के एक ही गांव के रहने वाले हैं। उनसे शुरू से एक गहरा नाता रहा है। गुरमीत ने लोगों से अपील की है कि वह सुशांत के बारे में कुछ भी बोलने से पहले एक बार जरूर सोचें।'हम सभी को सुशांत की फैमिली की भावनाओं का खयाल रखना चाहिए। कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए कि उस परिवार पर क्या बीत रही है। मैं भी जानना चाहता हूं कि सच्चाई क्या है। सुशांत मेरा अपना था। मेरे घर के सोफे, कमरे के हर कोने में सुशांत की यादें बिखरी हैं। उनकी बहुत याद आती है।'
सुशांत की मौत के बाद कहीं ना कहीं फिल्म और टीवी इंडस्ट्री को लेकर लोगों की एक अलग सोच बनने लगी है। इसका असर सबसे ज्यादा ऐक्टर्स की फैमिली पर हुआ है। गुरमीत बताते हैं, 'मुझे भी घरवालों और दोस्तों के बहुत फोन कॉल्स आ रहे हैं। सब के अंदर एक डर बस गया है। लोग मुझसे कह रहे हैं कि तुम कुछ गलत मत करना, हम तुम्हारी फिल्में देखेंगे। इंडस्ट्री में बहुत कॉम्पिटिशन है। यहां मेंटली स्ट्रॉन्ग रहना पड़ता है। फिल्में फ्लॉप होती हैं तो निराशा और चिंता होती है। करियर खत्म होने का डर रहता है। ऐसे में फैमिली का साथ रहना बहुत जरूरी है।'
मेरी पत्नी देबिन मेरा सपॉर्ट सिस्टम है। चिंता और निराशा के वक्त देबिना उन्हें राहत देती हैं। साल 2008 में टीवी पर 'रामायण' में गुरमीत चौधरी और देबिना बनर्जी की जोड़ी ने कमाल कर दिया। इस नए राम-सीता की जोड़ी को दर्शकों ने खूब प्यार दिया। सीरियल के सेट पर ही दोनों को प्यार हो गया। 2011 में दोनों ने शादी कर ली। गुरमीत ने कहा 'मैं देबिना के बिना अधूरा हूं। हर मुश्किल घड़ी में देबिना मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी रहती है। मैं थोड़ा बदमाश हूं, लेकिन देबिना मुझे कंट्रोल करती है। जब मैं ज्यादा उड़ने लगता हूं तो वह मुझे जमीन पर ले आती है।'