Exclusive Interview: रूढि़वादी प्रथा को अनोखे अंदाज में पेश करेगी ''जबरिया जोड़ी''

7/29/2019 9:28:45 AM

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। एक रूढि़वादी प्रथा (Conservative Rituals) को बहुत ही अनोखे अंदाज (Unique Style) में लोगों के सामने पेश करने वाली सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) अभिनीत फिल्म 'जबरिया जोड़ी' (Jabariya Jodi) अपनी अनोखी कहानी के कारण लगातार दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। यह फिल्म बिहार में होने वाले पकड़वा विवाह पर आधारित है जिसकी कहानी बहुत ही फनी तरीके से कहने की कोशिश की गई है। फिल्म में जहां सिद्धार्थ ठेठ बिहारी (Bihari) का किरदार निभा रहे हैं वहीं परिणीति ट्रेडिशनल बिहारी विद वेस्टर्न टच के रोल में नजर आएंगी। साथ में जावेद जाफरी, अपारशक्ति खुराना, संजय मिश्रा और चंदन रॉय सान्याल जैसे दमदार कलाकारों की टोली भी है।  2 अगस्त को रिलीज होने वाली इस फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली पहुंचे सिद्धार्थ और परिणीति ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश...

 

 

हमारी फिल्म को मिला नया नाम: सिद्धार्थ मल्होत्रा

पहले इस फिल्म का नाम ‘शॉटगन शादी’ रखा गया था लेकिन जब हम फिल्म (Film) की भाषा सीखने के लिए प्रैक्टिस कर रहे थे तभी मैंने ‘जबरन शादी’ शब्द सुना। इससे जुड़े और भी शब्दों के बारे में मैंने पता किया तो ‘जबरिया’ शब्द मिला जो मुझे काफी इंट्रेस्टिंग लगा। इसके साथ मैंने ‘जोड़ी’ शब्द लगाकर सबको फिल्म के नाम का सुझाव दिया और इस तरह हमारी फिल्म को नया नाम मिल गया।

 

इस फिल्म से तोडऩा चाहता हूं मेरे बारे में बनी धारणा
इस फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जो मैंने पहले किया है इसलिए बतौर एक एक्टर ये काफी रोमांचक था मेरे लिए। कभी-कभी कुछ जॉनर की फिल्में ना करने के कारण लोग ये मान लेते हैं कि आप उसे नहीं कर सकते, इस धारणा को तोडऩा भी मेरे लिए बहुत जरूरी था, जिसके कारण मैंने इस फिल्म को चुना। इस फिल्म का कॉन्सेप्ट और इसे कहने का तरीके इतना अनोखा है कि मैं तुरंत इससे कनेक्ट हो गया।

 

नहीं छोडऩी चाहिए उम्मीद कभी
जब कोई चीज मेरे तरीके से नहीं होतीं तो मैं उस पर और भी मेहनत करता हूं, उससे मैं और भी ज्यादा मॉटिवेट हो जाता हूं कुछ नया करने और अपने काम को और भी बेहतर तरीके से पेश करने के लिए। बॉलीवुड में ऐसा कोई भी सुपरस्टार नहीं है जिसकी सभी फिल्में हिट रही हों। कई शुक्रवार ऐसे होंगे जो आपके लिए अच्छे नहीं होते और कई ऐसे जो आपको बड़ी कामयाबी देकर जाते हैं। बस हमें काम करते रहना चाहिए और उम्मीद कभी नहीं छोडऩी चाहिए।

 

असफलता बहुत कुछ सिखा देती है : परिणीति चोपड़ा

कभी-कभी इंसान को खुद नहीं पता होता कि उसके अंदर कितनी क्षमता है। जब हम बुरे वक्त से गुजरते हैं तब इन चीजों का एहसास होता है। मैं हमेशा से सिर्फ एक ही बात बोलती आई हूं कि आपको सफलता कुछ भी नहीं सिखाती लेकिन असफलता बहुत कुछ सिखा देती है। ये असफलता किसी भी तरह की हो सकती है, फिर चाहे वो पर्सनल हो या प्रोफेशनल। मेरे साथ भी यही हुआ। मुझे काफी कुछ सीखने को और काफी कुछ सोचने को मिला। अब फिल्मों को देखने का मेरा नजरिया बदल चुका है। वो बात अलग है कि हम किसी भी फिल्म की किस्मत नहीं तय कर सकते जो कि बॉलीवुड का सबसे बड़ा जुआ है।

 

फिल्म के कैरेक्टर को लेकर लगा था डर
पहले इस रोल को लेकर मैं काफी डरी हुई थी। इस फिल्म में अपने रोल के लिए मैंने अपने लुक पर पर्सनली काफी काम किया। इसके साथ-साथ मैंने अपनी भाषा पर भी काफी ध्यान दिया क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि मुझसे कोई भी गलती हो। ये मेरे अब तक के कॅरियर की सबसे अलग फिल्म है। 

 

बदलाव जरूरी है
पकड़वा विवाह का कॉन्सेप्ट इतना अजीब है कि उसमें अलग तरह से लड़की के पास पावर होती है। वो लड़के को किडनैप करती है जो कि गलत है लेकिन दहेज प्रथा के कारण उसे मजबूरी में ऐसा करना पड़ता है। जरूरी है इसे बदला जाए। हम 2019 में आ गए हैं लेकिन शर्म की बात है कि हम अभी भी दहेज की बात कर रहे हैं, पकड़वा विवाह जैसी चीजें हो रही हैं।

 

 

Chandan