पर्ल पुरी पर लगे रेप के आरोप को एकता कपूर ने बताया गलत तो डीजीपी बोले-''हमारे पास एक्टर के खिलाफ सबूत हैं''
6/6/2021 2:20:59 PM
मुंबई: टीवी एक्टर पर्ल वी पुरी को शनिवार को मुंबई पुलिस ने नाबालिग से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया। एक्टर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
पर्ल वी पुरी की गिरफ्तारी की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया था। फैंस के साथ पूरा टीवी जगत एक्टर के सपोर्ट में उतरा और उन्हें निर्दोषी बताया। पर्ल की गिरफ्तारी के बाद एकता ने एक नोट में यह बताया है कि कैसे पीड़िता की मां ने इस मामले में पर्ल को बेगुनाह होने के बारे में बताया था।
इसी बीच इस मामले पर डीसीपी संजय कुमार पाटिल का बयान सामने आया है। डीसीपी संजय कुमार पाटिल ने कहा-'पर्ल पर लगे आरोप झूठे नहीं हैं, जांच में उसका नाम सामने आया है, उसके खिलाफ सबूत हैं। इसलिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बाकी मुकदमे में सच्चाई का फैसला किया जाएगा।'
DCP STATEMENT on minor girl case pic.twitter.com/E7MmI8AePa
— ѵσ૨ƒ૨εµ∂ε (@_Listzomaniac) June 5, 2021
क्या था एकता कपूर का पोस्ट
पर्ल की गिरफ्तारी के बाद एकता कपूर ने पोस्ट शेयर कर लिखा था- 'इंसानियत की अनैतिकता की गिरी हुई परछाई है। मैं क्या एक बच्ची के साथ गलत व्यवहार करने वाले का साथ दूंगी? जो भी मैंने अब तक देखा है वह बस इंसानियत का एक घटिया रूप है। क्या मानवता इस स्तर पर आ गई है। एक दूसरे की लड़ाई में किसी तीसरे को घसीटा जा रहा है। मैंने पीड़ित बच्ची की मां से बात की है और उन्होंने साफ किया है कि पर्ल बेगुनाह है और इसमें शामिल नहीं है। बच्ची की मां का कहना है कि उसके पिता कस्टडी अपने पास रखने के लिए इस तरह की हरकत कर रहा है ताकि ये साबित कर सके कि सेट पर एक काम करने वाली मां अपने बच्चे की ठीक से देखभाल नहीं कर सकती है।'
एकता ने आगे लिखा- 'किसी निर्दोष के साथ ये सब होना पूरी तरह से गलत है हालांकि मुझे फैसला करने हक नहीं ये अदालत ही तय करेगी कि कौन सही है और कौन नहीं, लेकिन बच्ची की मां से बात करने के बाद लगता है कि पर्ल निर्दोष है। एक वर्किंग मां को गलत साबित करने के लिए ये हथकंडा निंदनीय है। मेरे पास बच्ची की मां से की गई बात का सबूत है जिसमें उन्होंने पर्ल को निर्दोष बताया। अगर, पर्ल निर्दोष साबित हो जाता है तो मैं लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे इस बात पर अधिक गहराई से गौर करें किस तरह से इस मूवमेंट का गलत उपयोग किया जा रहा है। बस न्याय की जीत हो।'