सच्ची घटना पर आधारित है विक्की कौशल की ''भूत'', देखकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे

2/21/2020 11:47:54 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. एक्टर विक्की कौशल की पहली हॉरर फिल्म 'भूत पार्ट वन- द हॉन्टड शिप' पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। हॉरर फिल्म के सामने दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं, पहली ये कि ये आपको डरा पाए और दूसरी ये कि आपको ये बोरिंग न लगे, क्या ये अपनी चुनौतियों को पूरा करने में कामयाब हो पाएगी। ये देखने को लिए आपको खुद थिएटर जाना पड़ेगा। अगर आप फिल्म देखने की सोच रहे हैं तो आईए जान लेते हैं एक बार फिल्म का रिव्यू...

फिल्म की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है, जो हकीकत के साथ आपको ऐसी कल्पनाओं पर ले जाती है जहां सब कुछ सच लगने लगता है। कहानी की बात करें तो मुंबई में शिपिंग ऑफिसर की नौकरी कर रहा पृथ्वी (विक्की कौशल) मुंबई में अकेला रहता है, जो कि एक हादसे में अपनी छोटी बेटी और पत्नी (भूमि पेडनेकर) को खो चुका है। पृथ्वी अपनी बेटी और पत्नी की मौत का जिम्मेदार खुद को मानता है। इसलिए हमेशा वो ऐसा काम करता है जिससे वो किसी बच्ची या किसी औरत की मदद कर सके। 
काम में व्यस्त पृथ्वी को अचानक खबर मिलती है कि बहुत बड़ा जहाज बिना किसी क्रू मेंबर के समुंदर किनारे आकर खड़ा हो गया है। पृथ्वी का बॉस जल्द से जल्द इस शिप से छुटकारा पाना चाहता है।


अभी वो इस शिप का जांच-पड़ताल ही कर रहे होते है कि शिप के अंदर कुछ अजीबो-गरीब घटनाएं होने लगती हैं। वहां के डरावने अनुभव से पृथ्वी डर जाता है। तभी पृथ्वी को पता चलता है कि सी बर्ड नाम का एक जहाज काफी लंबे अरसे से हॉन्टेड है, उसे जहाज में किसी साए के होने का आभास होता है। 
जब पृथ्वी हॉन्टेड शिप की जांच करता है तो कई सारे राज खुलते हैं, जो कि डरावने सच को सामने लाते हैं। इसी बीच पृथ्वी की निजी जिंदगी का दुखद पहलू भी सामने आता है।थोड़ी जांच पड़ताल के बाद उसके सामने आती है रोंगटे खड़े कर देने वाली एक पहेली जिसे वो सुलझाने में लग जाता है। 


एक्टिंग की बात करें तो डर और अपराध बोध से ग्रसित के किरदार को विकी कौशल ने अच्छे से निभाया है। विक्की की एक्टिंग लोगों को इम्प्रेस करने में कामयाब हैं। वहीं भूमि की एक्टिंग भी याद रहने के काबिल है। असिस्टेंट कास्ट ने ठीक-ठाक काम किया है।

डायरेक्टर भानु प्रताप सिंह की ने सच्ची घटना पर आधारित फिल्म को सच्च में ढालने का सफल कोशिश की है। उनकी मेहनत पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। फिल्म में सीरियस नेस के साथ-साथ छोटे-छोटे जोक्स भी हैं, जो दर्शकों को फिल्म के साथ बांध रखते हैं और कहानी को फैंस पर बोझिल नहीं होने देते। इसमें कोई दो राय नहीं कि फिल्म के कुछ सीन काफी डरावने हैं, लेकिन उसमें नयापन देखने को मिलता है। बैकग्राउंड म्यूजिक भी डर को बढ़ाने में कामयाब है। 


 

Edited By

suman prajapati