नेताओं से लेकर एक्टिविस्ट तक को 500 कॉल किए पर ICU बेड नहीं मिला'' पति की मौत पर छलका एक्टर भव्य गांधी की मां का दर्द

5/13/2021 4:37:48 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. टीवी के मशहूर शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में टप्पू का किरदार निभाने वाले एक्टर भव्य गांधी के पिता विनोद गांधी बीते दिनों निधन हो गया था, जिसके बाद उनका परिवार एक बुरे दौर से गुजर रहा है। भव्य के पिता का कोरोना के चलते निधन हो गया था, जिसको लेकर हाल ही में उनकी पत्नी यानि भव्य की मां यशोदा गांधी ने अपना दर्द बयां किया है।

 
एक इंटरव्यू में यशोदा ने बताया कि मेरे पति पिछले साल से पूरी सावधानी बरत रहे थे जब से कोरोना वायरस इस देश में आया था। वो सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का पूरा ध्यान रखते थे। लेकिन फिर भी वायरस उन तक पहुंच गया। एक महीने पहले उन्होंने मुझसे अचानक कहा कि उन्हें तबीयत ठीक नहीं लग रही है, हालांकि उन्हें तब तक कोई लक्षण नहीं थे। अगले दिन उन्हें हल्का सा बुखार था, तो मैंने दवा दे दी। थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा कि सीने में दर्द हो रहा है। हमने तुरंत उनका टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट में 5% इन्फेक्शन आया। जिसके बाद हमने डॉक्टर से संपर्क किया तो बताया गया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं, हम उन्हें घर पर ही आइसोलेट कर सकते हैं। 


उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से एक दो दिन बाद उनका इन्फेक्शन बढ़ गया और हमें उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाना था पर कोई हॉस्पिटल नहीं मिल रहा था। मैं जहां भी कॉल कर रही थी वहां मुझसे कहा जा रहा था कि पहले केस BMC में रजिस्टर करवाना पड़ेगा उसके जब नंबर आएगा तो वो हमें कॉल करेंगे'।


भव्य की मां ने आगा बतााय कि बेटे के मैनेजर की मदद से हमें दादर के एक हॉस्पिटल में बेड मिल गया जहां वो दो दिन एडमिट रहे। फिर डॉक्टर ने कहा कि उन्हें आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ेगा। मैंने नेताओं से लेकर, एक्टिविस्ट, मेरे जानकार एनजीओ और कुछ फैमिली मैंबर्स को फोन करीब 500 कॉल कर लिए लेकिन हमें आईसीयू बेड नहीं मिला। उस वक्त हम लोग बुरी तरह टूट गए थे, ख़ुद को बहुत हेल्पेलेस महसूस कर रहे थे। फिर एक दोस्त की मदद से गोरेगांव के हॉस्पिटल में आईसीयू बेड मिला। लेकिन मुश्किल यहां खत्म नहीं हुई थी। मेरा बड़ा बेटा और बेटी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए और भव्य अकेले पापा के लिए भागदौड़ कर रहा था'। 
 
‘इसके बाद डॉक्टर ने मुझसे रेमडेसिविर इन्जेक्शन लाने को कहा हम 8 इंन्जेक्शन के दाम में 6 इंन्जेक्शन लाए। फिर डॉक्टर ने 'Toxin' इन्जेक्शन लाने को कहा और मुझे ये कहते हुए बहुत बुरा महसूस हो रहा है कि जो इंन्जेक्शन इंडिया में ही बनता वो मुझे पूरे इंडिया में कहीं नहीं मिला। मुझे वो दुबई से मंगवाना पड़ा जो कि मुझे 1 लाख 45 हज़ार का पड़ा, लेकिन इस इंन्जेक्शन से भी कोई फर्क नही पड़ा तो उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में एडमिट करवाया गया। पहले वो भी हमारा केस लेने को राज़ी नहीं थे क्योंकि केस बीएमसी में रजिस्टर नहीं था। काफी तरलों के बाद उन्होंने मेरे पति को एडमिट किया, लेकिन 15 दिन बाद उन्होंने दम तोड़ दिया’।
जिसके बाद भव्य का परिवार और भी टूट गया और खुद को हेल्पलेस महसूस कर रहा है।

Content Writer

suman prajapati