B''Day Spcl: ''हावड़ा ब्रिज'' से ''पाकीजा तक'', ये हैं अशोक कुमार को दादामुनि बनाने वाले 5 किरदार

10/13/2019 11:48:20 AM

बॉलीवुड तड़का डेस्क। दादामुनि के नाम से मशहूर अशोक कुमार भारतीय इतिहास के सबसे टैलेंटेड एक्टर्स में से एक हैं। उन्हें भारत के अब तक के उन सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में गिना जाता है, जिन्होंने फिल्मों में लीड रोल और विलेन से लेकर कैरेक्टर्स रोल भी किए हैं। अशोक कुमार का असली नाम कुमुदलाल गांगुली था। 13 अक्टूबर 1911 को बंगाल के भागलपुर में जन्मे अशोक कुमार ने 10 दिसम्बर 2001 को 90 वर्ष की आयु में मुंबई में आखिरी सांस ली थी। आज भले ही दादामुनि हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके किरदारों से उन्होंने अपने आप को इंडियन सिनेमा में अमर कर दिया है। उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनसे जुड़े कुछ फैक्ट-

अशोक कुमार ने 1943 में फिल्म 'किस्मत' में इंडियन सिनेमा के पहले एंटी-हीरो के रूप में एक्टिंग की। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के सभी मौजूदा रिकॉर्ड तोड़ दिए और बॉक्स ऑफिस पर 1 करोड़ की कमाई करने वाली पहली हिंदी फिल्म बन गई। 'किस्मत' की सफलता ने अशोक कुमार को भारतीय सिनेमा का पहला सुपरस्टार बना दिया और वे उस समय के सबसे अमीर एक्टर बन गए।

उस समय उनकी पॉपुलैरिटी अपने चरम पर थी। मंटो के शब्दों में, "अशोक की पॉपुलैरिटी हर दिन बढ़ती गई। वह शायद ही कभी बाहर निकले, लेकिन जहां कहीं भी उन्हें देखा गया, वहां लोग रुक गए। ट्रैफिक रुक जाता और अक्सर पुलिस को आकर उनके फैंस को तितर-बितर करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ता था।"

उनके बर्थडे पर आइए नज़र डालते हैं उनके द्वारा निभाए गए कुछ बेहतरीन किरदारों पर:-

हावड़ा ब्रिज: (प्रेम कुमार)

इस फिल्म में उन्होंने एक व्यापारी के बेटे का रोल किया है, जो लूट और व्यापार की अवैध दुनिया में फंसा हुआ है। अशोक कुमार इस फिल्म में अपने किरदार प्रेम के संघर्षों को पूरी ईमानदारी से दिखाया था।

समाधि: (शेखर)

1950 की इस जासूसी फिल्म में, शेखर के रूप में अशोक कुमार अपनी प्रेमिका लिली डिसूजा और अपने देश के प्रति वफादारी के बीच फंसे दिखाए हैं। बॉक्स ऑफिस पर सफल रही यह फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी।

परिणीता: (शेखर)

इस फिल्म में अशोक कुमार ने एक सफल व्यवसायी के बेटे शेखर की भूमिका निभाई थी। कहानी को दर्शकों ने खूब पसंद किया और अशोक कुमार को उनकी एक्टिंग के लिए हर तरफ से तारीफें मिलीं।

चलती का नाम गाड़ी: (बृजमोहन शर्मा)

इस कॉमेडी फिल्म में, अशोक कुमार, अपने भाइयों अनूप और किशोर कुमार के साथ शानदार भूमिका में दिखे हैं और दर्शकों को दर्शकों को खूब हंसाया। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और साल की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई। 

पाकीज़ा: (शहाबुद्दीन)

यह फिल्म एक तवायफ की दुर्दशा के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म के द्वारा एक तवायफ की समाज द्वारा प्यार, स्वीकार और सम्मान पाने की लालसा को दिखाया गया है। अशोक कुमार के किरदार शाहबुद्दीन को उस तवायफ के साथ प्यार हो जाता है, जो अपने पिता के मना करने की वजह से उससे शादी नहीं कर सकता।

Edited By

Akash sikarwar