आशा भोसले ने किया ट्वीट, बोलीं 'हरे कृष्णा हरे राम' गाने की इजाजत है? लोगों ने जमकर किया ट्रोल

7/27/2019 11:52:50 AM

मुंबई: भारत में इन दिनों मॉब लिंचिंग के कई मामले सामने आ रहे हैं।ऐसे में कई लोग सोशल मीडिया पर आवाज उठाते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें से कई बॉलीवुड सेलेब्स भी है जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ट्वीट कर इन सभी मामलों पर जवाब मांगा है। इसके जवाब में 62 हस्तियों ने मोदी सरकार के समर्थन करते हुए एक खत लिखा। इस बीच सिंगर आशा भोसले ने एक मजेदार ट्वीट किया।

उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा-'क्या मैं दम मारो दम, बोलो सुबह शाम, हरे कृष्ण, हरे राम, क्या मैं इस सदाबहार गाने को गा सकती हूं।' इस ट्वीट के बाद कुछ यूजर्स ने आशा भोसले को निष्पक्ष न होने और मोदी सरकार का पक्ष लेने जैसी बातें लिखकर ट्रोल किया। 

वहीं जब एक न्यूज चैनल ने आशा से इसी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये एक 'मजेदार ट्वीट'था। इन दिनों जो कुछ चल रहा है ये उसी पर था। इसका कोई और मतलब नहीं है। उन्होंने कहा-'मुझे इससे क्यों डरना चाहिए? मैं एक कलाकार हूं। मुझे डर नहीं लगता। लेकिन इन दिनों कुछ ऐसी चीजें ही चल रही हैं। मैंने बिना किसी कारण के ये ट्वीट लिखा था।'

49 सेलेब्स ने पत्र लिखा पीएम से मांगा जवाब 

बता दें कि हाल ही में अनुराग कश्यप  समेत 49 लोगों ने मोदी सरकार में हो रही भीड़ हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने पीएम से इन हत्याओं के पीछे का कारण और जवाब मांगा है। उन्होंने यह अपील की कि मुस्लिमों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ भीड़ हिंसा तत्काल प्रभाव से रुकनी चाहिए। लोकतंत्र में असहमति की भी जगह होती है।

 

62 स्टार्स ने याद दिलाए मोदी सरकार के काम 

वहीं उसी बॉलीवुड से कंगना रनौत , प्रसून जोशी समेत 62 स्टार्स ने उन 49 सेलेब्स के लिखे पत्र के लिए आवाज उठाई है। इन सभी 69 सेलेब्स ने भी एक लेटर लिखा है और इसमें उन्होंने पीएम मोदी के सपोर्ट में बाते कही हैं साथ ही बताया है कि किस तरह पीएम ने तीन तालाक जैसे मुद्दों को गंभीरता से लिया।

इन 62 हस्तियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाली हस्तियों पर बरसते हुए लिखा है कि जब कश्मीर में अलगाववादियों ने स्कूल बंद करवा दिए तब ये लोग कहां थे।

जेएनयू में हुई नारेबाजी प्रकरण को लेकर सवाल खड़े करते हुए पूछा गया है कि आखिर इन लोगों ने देश के टुकड़े-टुकड़े करने के नारों पर अपनी बात क्यों नहीं रखी। पीएम मोदी ने सबका साथ सबका विकास का मंत्र दिया है। तो इसमें विश्वास भी शामिल है।

Smita Sharma