'अमजद खान', 25 वीं पुण्यतिथि: फिर याद आया रामगढ़ का 'गब्बर'

7/27/2017 7:47:59 PM

मुंबईः बॉलीवुड की ब्लॉक बस्टर फिल्म 'शोले' के किरदार गब्बर सिंह ने अमजद खान को फिल्म इंडस्ट्री में सशक्त पहचान दिलाई लेकिन फिल्म के निर्माण के समय गब्बर की भूमिका के लिए पहले डैनी का नाम प्रस्तावित था। फिल्म 'शोले' के निर्माण के समय गब्बर सिंह वाली भूमिका डैनी को दी गई थी लेकिन उस समय धर्मात्मा में काम करने की वजह से उन्होंने 'शोले' में काम करने के लिए इंकार कर दिया।

12 नवंबर 1940 जन्मे अमजद खान को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता जयंत फिल्म इंडस्ट्री में खलनायक रह चुके थे। अमजद खान ने बतौर कलाकार अपने अभिनय जीवन की शुरूआत वर्ष 1957 में प्रदर्शित फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं से की। इस फिल्म में अमजद खान ने बाल कलाकार की भूमिका निभायी। 

80 के दशक में एक मशहूर विलेन के तौर पर उभरने वाले सितारे अमजद खान ने फिल्म शोले में अपनी गजब की अदाकारी से ‘गब्बर’ के किरदार में जान डाल दी। आज अमजद खान को उनके ‘गब्बर’ के किरदार के लिए जाना जाता है। इस आइकॉनिक रोल को निभाने के बाद अमजद खान को लोग ‘गब्बर’ के नाम से ही जानने लगे थे। अमजद खान ने अपने करियर में करीब 200 फिल्में की। वहीं उन्होंने एक अंग्रेजी फिल्म ‘द परफेक्ट मर्डर’ में एक सेठ आदमी का किरदार निभाया। आज हिन्दी सिनेमा के महान कलाकार की पुण्यतिथि है। 

अमजद खान चाय के बहुत बड़े शौकीन थे। उन्हें चाय इतनी पसंद थी कि वह एक दिन में 30 कप चाय पी जाते थे। चाय उनकी कमजोरी थी, जब तक उन्हें चाय नहीं मिलती वह काम नहीं कर पाते थे।


सत्तर के दशक में अमजद खान ने मुंबई से अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद बतौर अभिनेता काम करने के लिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया। वर्ष 1973 में बतौर अभिनेता उन्होंने फिल्म हिंदुस्तान की कसम से अपने करियर की शुरूआत की लेकिन इस फिल्म से दर्शको के बीच वह अपनी पहचान नहीं बना सके।