करोड़ों रुपए दान देने के बाद सिख विरोधी होने के आरोप में घिरे अमिताभ बच्चन, 10 साल पहले अकाल तख्त को लिखा पत्र वायरल

5/20/2021 6:41:48 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन यूं तो विवादों से दूर ही रहने की कोशिश करते हैं, लेकिन वो न चाहते हुए भी राजनीति से घिर जाते हैं। बीते दिनों अमिताभ ने कोरोना राहत के लिए 22 करोड़ रुपए दान किए थे। दान में दिए गए करोड़ों रुपये काे लेकर सिख राजनीति में काफी बवाल मचा हुआ है। एक्टर पर 1984 के सिख कत्‍लेआम को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब इस पूरे मामले का खुलासा हो गया है। सोशल मीडिया पर उनका 10 साल पहले लिखा हुआ पत्र काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक्टर ने खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया था।

 


दरअसल ये पूरा मामला साल 2011 का है, जब पंजाब सरकार ने खालसा पंथ के जन्मस्थान श्री आनंदपुर साहिब में ऐतिहासिक खालसा विरासत कॉम्पलेक्स के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अमिताभ बच्चन को निमंत्रण भेजा था। इसे स्वीकार कर लेने के बाद में सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया कि वह इस ऐतिहासिक समागम में किसी शर्मिंदगी का कारण नहीं बनना चाहते थे। समागम खत्म हो जाने के बाद उन्होंने अपने ऊपर लगाए आरोपों का खंडन किया था।

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बिग बी ने यह पत्र अकाल तख्त के जत्थेदार को मुंबई निवासी तत्कालीन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरिंदर सिंह बाबा के माध्यम से भेजा था और  खुद पर लगे सिख कत्लेआम के लिए भीड़ को उकसाने वाले आरोप पर स्पष्टीकरण दिया था। जो अब इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। 

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अमिताभ बच्चन ने पत्र में लिखा था कि नेहरू-गांधी परिवार के साथ उनके संबंध रहे हैं। हर सुख-दुख में वह एक-दूसरे के घर आते जाते थे। 1984 में सिख विरोधी दंगों की घटना देश के इतिहास में हमेशा एक धुंधला और एक काला अध्याय है। वह सिखों की भावनाओं को कभी आहत नहीं कर सकते, क्योंकि उनका परिवार उन्हें सिखी के बारे में ही बताता रहा है। वह सिख कौम को ठेस पहुंचाने के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकते। 1984 में हिंसा भड़काने संबंधी आरोप गलत हैं।
अब महानायक का यह पत्र उस समय सामने आया है, जब एक्टर द्वारा दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को 12 करोड़ रुपये दान में दिए गए हैं।


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suman prajapati


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