OMG: तो क्या आलोकनाथ को झूठा फंसाया गया, कोर्ट ने कहा- एकतरफा प्यार का मामला...

1/9/2019 11:57:14 PM

मुंबईः जैसे कि सब जानते ही हैं कि मीटू ने बॉलीवुड में हड़कंप मचाया हुआ है। जो एक्ट्रैस देखो वो दूसरे अभिनेता पर आरोप लगाती नज़र आ रही है। सच क्या है वो तो वक्त ही बताएगा। लेकिन राइटर-डायरेक्टर विंता नंदा रेप केस में आरोपों का सामना कर रहे एक्टर आलोकनाथ को सेशन कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने कहा है कि हो सकता है कि आलोकनाथ को गलत व झूठे केस मेें फंसाया जा रहा हो।

कोर्ट की जांच में जो तथ्य सामनें आए है उसे देखते हुए कोर्ट ने कहा है कि तमाम तथ्यों के आधार पर इस संभावना से इनकार नहीं कर सकते कि आरोपी को इस मामले में गलत तरीके से फंसाया गया हो और हो सकता है कि विंता नंदा ने अपने किसी फायदे के लिए उन पर ये आरोप लगाया हो। कोर्ट ने नाथ के कस्टोडियल इंटरोगेशन की जरूरत से भी इनकार किया है। यह बात ध्यान देने वाली है कि नंदा को पूरी घटना के बारे में पता है लेकिन उन्हें यह बात याद नहीं कि यह घटना किस महीने और किस तारीख को घटी।

कोर्ट ने शिकायतकर्ता की दो एफआईआर कॉपियों में भी भिन्नता पाई। इस पर जवाब देते हुए नंदा के वकील ने कहा कि पहला एफआईआर सिर्फ एक कवर लेटर था जिसके साथ 8 अक्टूबर 2018 का वह फैसबुक पोस्ट भी अटैच किया गया था जिसमें उन्होंने आलोकनाथ पर आरोप लगाए थे। 

कोर्ट ने कहा कि विनता नंदा को पूरी घटना याद है, लेकिन घटना की तारीख और महीना याद नहीं है। यह सब देखते हुए ये आशंका हो सकती है कि आरोपी को अपराध में झूठा फंसाया गया हो।

आदेश में जज ने कहा- विनता ने जो आरोप लगाए हैं, वह उनके आलोकनाथ के प्रति एकतरफा प्यार का मामला हो सकता है। अभिनेता के खिलाफ साफतौर पर शिकायतकर्ता के अपमानजनक, झूठे, दुर्भावनापूर्ण और काल्पनिक आरोपों के आधार पर केस दर्ज हुआ।

Pawan Insha