अमेज़न ओरिजिनल मूवी ''छोरी'' के विषय से प्रभावित हुए अक्षय कुमार
12/3/2021 4:37:52 PM
नई दिल्ली। अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ को गयी 'छोरी' एक ऐसी फिल्म है जो शक्तिशाली कहानी और मजबूत कथा के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या के सोशल हॉरर को सूक्ष्म तरीके से दिखाती है। फिल्म ने दुनिया के सामने आने वाली समस्या के बारे में सामाजिक रूप से जागरूक करके दर्शकों के बीच सही तालमेल बिठाया है। एक तरफ़ जहाँ दर्शक फिल्म को पसंद कर रहे हैं, वही इसने निश्चित रूप से सुपरस्टार अक्षय कुमार का ध्यान भी अपनी तरफ़ खींच लिया है, वह एक ऐसे अभिनेता है जो अपनी फिल्मों के माध्यम से समाज में प्रमुख सामाजिक मुद्दों को उजागर करने की दिशा में सबसे आगे रहे है।
अक्षय कुमार ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जो यह दर्शाता है कि महिलाएं क्या कर रही हैं और क्या हासिल कर रही हैं, लेकिन अंत तक दर्शकों के बीच एक संदेश के साथ छोड़ देती हैं - जो उन्हें सोचने पर मजबूर कर देगा - क्या होगा अगर उन छोरियों को मौका नहीं दिया जाता तो? अगर ऐसा होता जहां महिलाओं के बिना हमारी दुनिया होती तो, हमें उनकी उपलब्धियों पर आश्चर्य करने और उनसे प्रेरित होने का मौका कभी नहीं मिलता।
अक्षय अपने पोस्ट में लिखते है,"As father to a girl who is my lifeline, I was deeply moved, and equally concerned, about this. Kudos for taking up this sensitive topic, @vikramix @Nushrratt @Abundantia_Ent . Power to you.”
As father to a girl who is my lifeline, I was deeply moved, and equally concerned, about this. Kudos for taking up this sensitive topic, @vikramix @Nushrratt @Abundantia_Ent . Power to you. https://t.co/loKu1bpNSk
— Akshay Kumar (@akshaykumar) December 3, 2021
Choose her today, she’ll make us all proud tomorrow! 💪🏼#ChhoriiOnPrime @PrimeVideoIN@akshaykumar @FuriaVishal @PrimeVideoIN @TSeries @Abundantia_Ent @CryptTV @PsychScares @vikramix @ShikhaaSharma03 @NotJackDavis #BhushanKumar @VishalKapoorVK @saurabhgoyall pic.twitter.com/mdMYfqAJ2S
— Nushrratt Bharuccha (@Nushrratt) December 3, 2021
वीडियो में, फिल्म की प्रमुख नुसरत भरुचा भारत की महिलाओं द्वारा उपलब्धि हासिल करने के बारे में बात करती हैं और कैसे उन्होंने एक अद्भुत काम किया है क्योंकि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का सही अवसर मिला है। चाहे वह खेल, चिकित्सा, अभिनय, राजनीति के क्षेत्र में हों, इन बेटियों ने रूढ़िवादी सोच को लांघ कर सभी के लिए प्रेरणा बनने की चुनौतियों का सामना किया है।
खैर, अगर आप ठान लें और कुछ हासिल करने को तैयार हैं, तो आपको कोई नहीं रोक सकता। कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी लड़की असंभव को हासिल कर सकती है। इसलिए, एक समाज के रूप में, हमें बहुत जिम्मेदार होने की जरूरत है और उन्हें जीने देना चाहिए ताकि वे एक सितारे की तरह चमक सकें। यह हमारी लड़कियों को जीने देने का समय है और सबसे बढ़कर चमकने का अवसर प्रदान करना है।