12th फेल'' प्रेरणा से भरी कहानी, बच्चों पर प्रेशर बनाना सही नहीं: विक्रांत मेसी

11/10/2023 2:39:07 PM

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित विक्रांत मेसी की फिल्म '12th फेल' आज यानी 27 अक्तूबर को थिएटर्स में रिलीज हो रही है। रियल लाइफ इंस्पायर्ड यह फिल्म आई.पी.एस. अफसर की कहानी है। लेखक अनुराग पाठक ने अपने दोस्त आई.पी.एस. अफसर मनोज कुमार शर्मा पर किताब लिखी थी, जिसका नाम 'ट्वेल्थ फेल-हारा वही जो लड़ा नहीं' है। यह फिल्म उसी पर बेस्ड है। आज सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की इस दुनिया में लाइक, शेयर, सब्सक्राइब में ही दुनिया सिमट कर रह गई है। जैसे ही बच्चे का जन्म होता है सबसे पहले उसका सोशल मीडिया पर अकाउंट बन जाता है। इस दौर में ऐसी बेहतरीन फिल्म जो आपको पढ़ाई का महत्व बताएगी और दिल को छू जाएगी। इसी बीच फिल्म के एक्टर विक्रांत मैसी ने फिल्म को लेकर पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/ हिंद समाचार से मजेदार बातें की।  इस फिल्म की शुरूआत कैसे हुई और आपका विधु विनोद चोपड़ा के साथ अनुभव कैसा रहा? 
- विधु विनोद चोपड़ा सर के साथ काम करने का सपना तो हर किसी का होता है। मैंने उनकी बहुत सारी फिल्में देखी हैं और उनसे बहुत प्रभावित भी हुआ हूं। विधु सर को अपनी ज्यादा तारीफ सुनना बिल्कुल भी पसंद नहीं है, जिससे साफ पता चलता है कि उनका स्वभाव बहुत सरल शांत और हास्यपूर्ण है। उनके साथ काम करना बहुत ही अच्छा और यादगार है, इस दौरान मुझे स्कूल के दिन याद आ गए और फिल्म की पूरी टीम ने बहुत मेहनत लगन के साथ काम किया।    

आप अपने किरदारों को इतना डेडिकेशन से कैसे निभाते हैं?  
'मैं एक ट्रेंड एक्टर नहीं हूं।' जब मैं टी.वी. में काम करता था तब वह मेरी स्कूलिंग थी, वहां से मैंने सीखना शुरू किया। मुझे मानव फैक्टर्स पर आधारित फिल्में करना बहुत पसंद है। मेरे लिए 12वीं फेल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है और आप जैसे शुभचिंतकों की दुआ है, जो आज मुझे इस काबिल बनाया।   

इस फिल्म से पहले आप मनोज कुमार शर्मा के बारे में कितना जानते थे? 
शूटिंग से पहले मैं मनोज सर और उनकी वाइफ श्रद्धा मैडम के साथ दिन के 8 घंटे बिताता था, उन्होंने मुझे अपना पूरा समय दिया। मैंने बहुत से  सवाल पूछकर उन्हें परेशान किया, लेकिन उन्होंने मेरे काम करने के तरीके को समझा और हमेशा मेरी मदद की। उनका व्यक्तिगत बहुत सरल और शांत है। वह कहते हैं न 'हारा वही जो लड़ा नहीं'।   

यू.पी.एस.सी. क्लीयर करने में प्यार वाला एंगल कितना काम आता है? 
यह बात तो मनोज सर से सीखनी चाहिए कि कैसे 12वीं में फेल होने के बाद भी प्यार के सपोर्ट से यू.पी.एस.सी. क्लीयर कर लिया। उनकी यह कहानी प्रेरणा से भरी है। मैंने भी बहुत समय के बाद एक बार यू.पी.एस.सी. क्लीयर करने के बारे में सोचा था, लेकिन उससे पहले मैंने एक्टिंग करना शुरू कर दिया था और मुझे अपने काम से बहुत प्यार है। बात सिर्फ इतनी है आप जो भी कर रहे हैं, आपको उससे प्यार होना चाहिए। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि 12वीं फेल मेरे करियर की अब तक की बेस्ट फिल्म है।   

इस फिल्म के माध्यम से आप पेरेंट्स को क्या संदेश देना चाहेंगे? 
मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि आपको यह बात समझनी चाहिए कि आपके बच्चे पहले से ही बहुत मेहनत करते हैं। इसलिए उन पर और ज्यादा प्रेशर बनाना सही नहीं होगा। हमें कोटा जैसे मामलों को भी ध्यान में रखना चाहिए और समझना चाहिए कि जिंदगी रुकती नहीं है। ऐसे में बच्चों को और मौके भी  देने चाहिए।


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Content Editor

Jyotsna Rawat


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