जब प्यारेलाल वडाली के लिए पद्मश्री छोड़ने को तैयार हो गए थे बड़े भाई

3/9/2018 1:47:54 PM

मुंबई: प्रसिद्ध सूफी गायक उस्ताद प्यारे लाल वडाली जी अब हमारे बीच नहीं रहे। वह काफी दिनों से बीमार थे और आज दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया हैं। बीमार चल रहे प्यारे लाल वडाली को अमृतसर के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वडाली ब्रदर्स ने अपनी आवाज का जादू पूरी दुनिया में बिखेरा हुआ था। 

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कुछ समय पहले ही प्यारेलाल जी अपने बड़े भाई के साथ कॉमेड‍ियन कप‍िल शर्मा के शो पर अत‍िथ‍ि के रूप में गए थे। जहां दोनों भाइयों ने खूब हंसाया था। शो में बड़े भाई पूरनचंद वडाली ने बात करते हुए बताया था, " एक बच्चा कपिल जैसा था जो मुझे कहता कि पापा आपको बुलाया पिछले साल का, ये पिछले साल का चिट्ठी हैं तो आप लेने ही नहीं जाते वो पद्मश्री, लोग तो देखते है कि मुझे पद्मश्री मिले तो मैने कहा कि मुझे नहीं पता कि पद्मश्री क्या होता हैं और जब मैं पद्मश्री लेने गया तो मैने बोला कि ये अवॉर्ड दोनों भाइयों को दो, तो वह कहते हैं कि नहीं आप बड़े हो तो ये अापको ही मिलेगा। फिर मैने जवाब देते हुए कहा कि अगर आप इसे नहीं देंगे तो मैं भी नहीं लूंगा"

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बता दें कि वडाली ब्रदर्स ने एक से बढ़कर एक सूफियाना नंबर्स गाए। दौर कोई भी रहा हो लेकिन उनका गाया ‘तू माने या न माने दिलदारा, असां तो तेनू रब मनया...’ हमेशा हिट रहा है। आज भी ये यू-ट्यूब पर खूब देखा और सुना जाता है। खासतौर पर युवाओं में उनका ये गीत बहुत पसंद किया जाता है।

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