तमिल संगठनों के दबाव में रजनीकांत ने कैंसिल की श्रीलंका यात्रा

3/26/2017 3:02:57 PM

मुंबईः कई तमिल संगठनों द्वारा सुपरस्टार रजनीकांत को एक आवास योजना के उद्घाटन के सिलसिले में श्रीलंका जाने के फैसले पर एक बार फिर विचार करने की सलाह दी थी। खबरों की मानें तो इस सलाह को मानते हुए रजनीकांत ने अपनी श्रीलंका यात्रा रद्द कर दी है। वह वहां एक आवासीय परियोजना के उद्घाटन के लिए जानेवाले थे। उन्होंने मछुआरों के मुद्दों पर चर्चा के लिए श्रीलंका से राष्ट्रपति से मुलाकात का वक्त भी मांगा था। 

लिंका प्रोडक्शंस द्वारा आयोजित किए जा रहे इस दौरे में रजनीकांत वहां एक सभा को संबोधित करनेवाले थे, साथ ही उनकी पौधरोपण की भी योजना थी। वह राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के साथ मछुआरों के मुद्दों की चर्चा करने को बहुत उत्सुक हैं।
रजनीकांत के दौरे का विरोध करनेवाली पार्टियों में विधुथलाई चिरुथाइगल कटची और तमिझागा वाजवूरीमारी कटची शामिल है। इन दलों ने रजनीकांत से दौरा रद्द करने का आग्रह किया था और चेताया था कि अगर वह 9 अप्रैल को अपने प्रस्तावित दौरे पर जाते हैं तो तमिल समुदाय का समर्थन खो देंगे।

शनिवार को जारी एक बयान में 66 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने आमंत्रण इसलिए स्वीकार किया था कि वह उन इलाकों को देख सकें, जहां तमिल रहते हैं और जहां उन्होंने अपने लिए अलग राष्ट्र की मांग को लेकर जान दी है। उन्होंने कहा, “मैं श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपला सिरीसेना से मिलकर तमिलनाडु के मछुआरों पर हमले पर चर्चा कर उसका समाधान निकालना चाहता था।”

इस सप्ताह की शुरुआत में लिंका प्रोडक्शन में घोषणा की थी कि ‘एंथिरन’ के अभिनेता श्रीलंका के जाफना में 9 अप्रैल को गनानम फाउंडेशन द्वारा बनाए गए 150 घरों की चाभियां तमिलों को भेंट करेंगे। वीसीके प्रमुख टी. तिरुमावालावन ने कहा कि रजनीकांत के दौरे से समूची दुनिया को यह संदेश जाएगा कि श्रीलंका में अब सबकुछ सामान्य हो गया है। तिरुमावालावन के बयान के जबाव में रजनीकांत ने कहा, “मैं कोई नेता नहीं हूं, बल्कि एक कलाकार मात्र हूं।” 
 


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