MOVIE REVIEW: ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्‍स’

5/26/2017 5:31:31 PM

मुंबई: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की फिल्म ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्‍स’ अाज रिलीज हो चुकी है। सिनेमाघरों में इस फिल्म ने काफी धुम मचा रखी है।  ये फिल्म सिर्फ सचिन के फैंस के लिए ही नहीं बल्कि उन लोगों के लिए भी बड़ा तोहफा है जो उनको तो जानते हैं पर उनकी जिंदगी और संघर्ष के बारे में नहीं। इसमें सचिन तेंदुलकर अपनी कहानी खुद बताते हैं। ये फीचर फिल्म नहीं है बल्कि एक डॉक्यु-ड्रामा है जिसमें ज्यादातर रीयल फुटेज का इस्तेमाल किया गया है और यही इस फिल्म को और भी खास बनाता है। सचिन तेंदुलकर के बचपन के कुछ सीन्स को सिर्फ फिल्माया गया है जो कुछ मिनट का है लेकिन उसके बाद सब कुछ वास्तविक है। फिल्म में किसी ना किसी के Voice Over के साथ उन वास्तविक सीन्स को दिखाया गया है। 

इस फील्म में सचिन के पूरे करियर को एक क्रॉनोलोजी में दिखाया गया है जिसे देखते वक्त कहीं भी कन्फ्यूजन नहीं होती है। इस फिल्म की तुलना पहले से ही महेंद्र सिंह धोनी पर बनी फिल्म से हो रही थी  लेकिन यहां ये समझ लेना जरूरी है कि ‘धोनी: द अनटोल्ड’ एक फीचर फिल्म थी जिसे पूरी तरह मसाला बनाकर दिखाया गया था।  ‘धोनी: द अनटोल्ड’ पूरी तरह फिल्मी थी जिसमें शायद ही कुछ ऐसा था जो अनटोल्ड  हो। लेकिन यहां इस डॉक्यु ड्रामा में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आपने पहले ना देखी होंगी ना सुनी होंगी।

यहां सचिन की जिंदगी के उन उतार चढ़ाव के बारे में दिखाया गया है जिसके बारे में आपने अखबार में पढा़ और टीवी में देखा है। जैसे जब सचिन के करियर का ग्राफ बहुत ऊपर जा रहा था और उन्होंने एड फिल्में करनी शुरू की तो ऐसा कहा गया है कि वो पैसे की तरफ भाग रहे हैं। इस पर खुद सचिन यहां कहते हैं कि ‘परिवार को सिक्योर करने के लिए पैसों की जरूरत होती है।’ जब सचिन को कैप्टन पद से हटा दिया गया था। उस बारे में वो बताते हैं कि ‘बुरा तो लगता है.. लेकिन आप मुझसे कैप्टन पद छीन सकते हो क्रिकेट नहीं…’. सचिन अपने बुरे लम्हों को बताते हैं तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कई बार ऐसा हुआ कि सचिन डिप्रेशन की तरफ जा रहे थे उस दौरान उन्होंने क्या किया? कई बार जब वो लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते थे तो वो उस स्थिति को कैसे हैंडल करते थे? ऐसी बहुत सी बाते इस फिल्म में आपको देखने को मिलेंगी।


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