Movie Review: समाज के मुंह पर करारा तमाचा है विद्या बालन की फिल्म ''बेगम जान''

4/14/2017 12:34:35 AM

मुंबईः अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म ‘बेगम जान’ में विद्या एक सशक्त महिला का किरदार में हैं। कहानी बेगम जान की है जो कोठा चलाती है और जहां कुछ लड़कियां रहती हैं। इन औरतों की दुनिया इसी में सीमित है और यहां सत्ता चलती है तो बेगम जान की। वो एक कोठे की मालकिन हैं, जो अपना कोठा बचाने के लिए संघर्ष करती है। श्रीजीत मुखर्जी के निर्देशन में बनी यह फिल्म उन्हीं की बंगाली फिल्म ‘राजकहिनी’ का हिंदी रीमेक है। ‘राजकहिनी’ को नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है।

कहानी 1947 में हुए भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद बंगाल विभाजन के समय की है, जब देश में अंग्रेजों का राज था। विद्या तवायफों के कोठे की मालकिन  है, जिसे भारत-पाकिस्तान या भारत-बंगाल के विभाजन से कोई लेना-देना नहीं होता है उसे बस अपना धंधा चमकाना होता है। लेकिन हालात कुछ ऐसे पैदा हो जाते हैं कि उसे कोठा बचाने के लिए बंदूक उठानी पड़ जाती है। कोठे की सारी औरतें चूड़ियां छोड़कर हथियार उठा लेती हैं।

फिल्म में एक जगह नसीरुद्दीन शाह का किरदार बेगम जान से कहता है कि वह बहुत बुरी मौत मरेगी, तो बेगम जान पलटकर जवाब देती है, ‘’जो भी हो, भिखमंगों की तरह नहीं रानी की तरह मरूंगी, अपने महल में।‘’

फिल्म में विद्या बेहद बोल्ड किरदार में हैं। विद्या के अलावा फिल्म में गौहर खान भी अहम किरदार में हैं। रुबीना बनी गौहर संजीदगी से अपना अभिनय करती नजर आ रही हैं। इससे पहले गौहर इश्कजादे में भी तवायफ की भूमिका में दिखी थीं। लेकिन रुबीना उस चांद बीबी से बिल्कुल अलग है। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह राजा जी के किरदार में हैं।

चंकी पांडे और नसीरुद्दीन शाह को छोड़ दिया जाए तो इस फिल्म में महिलाओं की पूरी फौज है। इला अरुण, पल्लवी शारदी, रिद्धिमा तिवारी, पूनम सिंह राजपूत, प्रियंका सेठिया, फ्लोरा सैनी, रविजा चौहान, ग्रेसी गोस्वामी और मिष्टी ये सभी महिलाएं दमदार किरदार में अपने अभिनय का जादू बिखेर रही हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बॉलीवुड की मूवी कितनी कमाई कर पाती है।


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