pics: जब हीरोइन पहुंची डायरैक्टर के कमरे में तो लुंगी में खोला दरवाजा

8/8/2016 5:55:49 PM

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने ऐसी आपबीती सुना कर सबको हैरान कर दिया है। जी हां, उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें फिल्म के बदले जिस्म से समझौता करना पड़ा। फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ इशान अवस्थी की मम्मी ने बताया,"मेरी पहली फिल्म फ्लॉप हो चुकी थी। मेरे पास कोई काम नहीं था फिर अचानक मुझे एक डायरैक्टर का फोन आया। मैं उसको RP कहूंगी। RP यानी रेप्टाइल।  मैंने ऑडिशन दिया। उसने मुझे फिल्म के लिए साइन कर लिया। जब मेरे दोस्तों को पता चला, उन्होंने मुझको समझाया। कहा, मैं उसके साथ फिल्म न करूं।"

टिस्का ने 1993 में बॉलीवुड में शुरूआत की थी और उनकी पहली फिल्म अजय देवगन के साथ 'प्लेटफॉर्म' थी। टिस्का ने बताया टिस्का ने बताया कि इनडोर शूट तो सही से हो गया था लेकिन आउटडोर शूट के समय उन्हें कई चीजों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बताया जब शूटिंग खत्म हो रही थी तब RP मेरे पास आए और  कहा, आज रात में मेरे रूम में आओ। डिनर करने के लिए। साथ में स्क्रिप्ट डिस्कस करते हैं। मुझे लगा, फाइनली, ये चीज़ सामने आ गई। कम से कम अब ये मेरे दिमाग का वहम नहीं है।  जो भी है, बिलकुल सामने है। 

"सबने शाम का प्लान बनाया था। साथ में डिस्को और बार जाने का। मैंने एक प्लान बनाया। प्लान थोड़ा जोखिम भरा था। या तो सफल होगा या फिर मैं पहली फ्लाइट पकड़कर वापस इंडिया चली जाऊंगी। प्लान बन चुका था। मैंने होटल की केक और फ्लावर शॉप से एक बहुत बड़ा सा बुके खरीदा। एक्सोटिक चॉकलेट्स का एक बड़ा सा डिब्बा खरीदा। रात को 8 बजे मैंने रेप्टाइल के दरवाज़े पर नॉक किया।"

"जब दरवाजा खुला तो मैंने पाया कि वो लुंगी पहने हुए बड़े रोमांटिक मूड में बैठे हैं। मैंने उसे चॉकलेट और बुके दिया साथ ही उसके गले लगकर धन्यवाद भी दिया। इससे पहले कि निर्देशक अपना असली रूप दिखाता फोन बजा लाइन पर उसका बेटा था। मेरा प्लान काम कर रहा था। काल मेरे लिए था।  क्रू के सारे यंग लोगों का डिनर का प्लान था। सब मुझको बुला रहे थे। दरअसल मेरा प्लान यही था। मैंने होटल के रिसेप्शन पर कह दिया था। मेरी कोई भी कॉल आए।  RP के कमरे में ट्रान्सफर कर दिया जाए। मैंने RP के बेटे से कहा कि मैं सर के कमरे में स्क्रिप्ट डिस्कस कर रही हूं। फिर RP से पूछा, सर कितना टाइम लगेगा स्क्रिप्ट डिस्कस करने में। RP का मुंह सड़ चुका था। मैं वहां 15 मिनट रुकी। उन 15 मिनटों में कई कॉल आए। सब के सब मेरे लिए। RP की सारी डिजायर मर चुकी थी। थोड़ी देर में मैंने उसको थैंक्यू बोला और वहां से निकल गई थी। "

इसके साथ ही टिस्का ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा कि आजकल हीरोइनों को ज्यादा कास्टिंग काउच का शिकार नहीं होना पड़ता क्योंकि इसकी बड़ी वजह यह है कि ज्यादातर कास्टिंग डायरैक्टर गे हैं।


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